अटकलों के लंबे दौर और लंबी चली जोड़तोड़ की सियासत के बाद अंततः भाजपा ने सतना के नए जिलाध्यक्ष के नाम की घोषणा कर दी। भाजपा के जिला उपाध्यक्ष रह चुके सतीश शर्मा को सतना भाजपा की कमान सौंपी गई है। उधर कांग्रेस ने भी प्रदेश के तमाम जिलों के अध्यक्ष बदले हैं लेकिन सतना में कांग्रेस ने कोई बदलाव नहीं किया है।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने सतना भाजपा के नए जिलाध्यक्ष के तौर पर सतीश शर्मा के नाम पर मुहर लगा दी है। शर्मा की नियुक्ति का आदेश जारी कर दिया गया है। साथ ही अब तक सतना भाजपा जिलाध्यक्ष के रूप में दो पारियां खेल चुके नरेंद्र त्रिपाठी को भाजपा प्रदेश कार्यसमिति का सदस्य नियुक्त किया गया है। त्रिपाठी लगातार दो बार भाजपा जिलाध्यक्ष का कार्यकाल पूरा कर चुके हैं। पिछले काफी समय से सतना भाजपा के नए अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर अटकलें लगाई जा रही थीं। दावेदार के तौर पर सतीश शर्मा, विजय तिवारी, श्रीराम मिश्रा, विपिन चतुर्वेदी, प्रह्लाद कुशवाहा और कामता पांडे के नाम भी चर्चा में थे। इस पद के लिए सतीश शर्मा और विजय तिवारी के बीच कड़ा मुकाबला माना जा रहा था। लेकिन शर्मा ने बाजी मार ली। शर्मा को सांसद खेमे का माना जाता है। वे संघ से भाजपा में आए थे। वे पार्टी के जिला उपाध्यक्ष और महामंत्री भी रह चुके हैं।
कांग्रेस ने सतना में पुराने चेहरों पर जताया भरोसा
भाजपा ने सतना जिलाध्यक्ष बदला लेकिन कांग्रेस ने प्रदेश भर में हुए संगठनात्मक बदलाव के बावजूद सतना में अपने पुराने चेहरों पर ही भरोसा जताया है। पीसीसी चीफ कमलनाथ ने कांग्रेस जिलाध्यक्ष के पद पर दिलीप मिश्रा और शहर अध्यक्ष के पद पर एडवोकेट मकसूद अहमद को यथावत रखा है। हालांकि सतना कांग्रेस में भी संगठनात्मक बदलाव की अटकलें लगाई जा रही थीं। कई दफे संगठन के नेताओ के सामने स्थानीय कार्यकर्ता असंतोष भी जता चुके हैं। लेकिन पीसीसी चीफ कमलनाथ ने अपने फैसले से असंतोष की हवा निकाल दी है।