सिंगरौली में रिटायर्ड शिक्षक को मिला दुनिया का सबसे बड़ा बिजली बिल , रकम कई देशों के बजट से भी ज्यादा
सिंगरौली। अपनी मनमानी और लापरवाहियों के कारण उपभोक्ताओं को मुश्किल में डाल कर सुर्खियों में छाई रहने वाली बिजली कंपनी ने एक ऐसा कारनामा कर दिखाया है जिसने न केवल एक रिटायर्ड शिक्षक बल्कि हर सुनने वाले के होश उड़ा दिए हैं। बिजली कंपनी ने रिटायर्ड शिक्षक को 80 नील 68 रुपये यानी 80 हजार खरब से भी अधिक का बिजली बिल भेज कर भारत समेत दुनिया के कई देशों की अर्थ व्यवस्था और वहां के केंद्रीय बजट को चुनौती दे दी है। किसी एक व्यक्ति के नाम जारी इतना बड़ा बिजली बिल सिर्फ हिंदुस्तान ही नही बल्कि दुनिया के बड़े से बड़े कारखाने का भी नही सुना गया होगा। यह राशि देश के पीएम मोदी द्वारा कोरोना संक्रमण के दौरान जारी किए गए 20 लाख करोड़ रुपये के विशेष आर्थिक पैकेज से भी ज्यादा है।
सिंगरौली जिले में बिजली विभाग ने डिग्घी गाँव मे रहने वाले रिचकन राम तिवारी को बिजली जलाने की इतनी बड़ी सजा दी है कि उसकी आने वाली कई पुश्तें भी कभी उसे पूरा नही कर पाएंगी। सेवानिवृत्त शिक्षक रिचकन राम तिवारी को बिजली कंपनी ने इतना भारी भरकम बिजली बिल भेज दिया है कि भारत समेत दुनिया के कई देशों का बजट और उनकी अर्थ व्यवस्था भी उसके सामने बौनी नजर आने लगी है। रिचकन राम ने बिजली कंपनी से मात्र एक हॉर्स पावर का बिजली कनेक्शन लिया था जिसका अप्रैल माह का बिजली बिल पीएम मोदी के 20 लाख करोड़ के विशेष आर्थिक पैकेज से भी अधिक यानी 80 हजार खरब 68 रुपये आया है। बिजली कंपनी द्वारा भेजे गए बिल में उपभोक्ता से वसूली योग्य कुल राशि मे भी यह रकम तब है जब उसे लगभग 75 सौ रुपये का सरकारी अनुदान भी मिला है और उसे बिल में घटाया भी गया है।
यह तो गनीमत है कि अटैक नही आया
आंखें बंद कर बिल जारी करने और फिर उसकी वसूली के लिए किसी भी हद तक उतर आने में माहिर बिजली कंपनी ने रिटायर्ड शिक्षक रिचकन राम को इतनी बड़ी राशि का बिल भेजा कि बिल देखते ही उसकी और उसके परिवार की आंखों के सामने अंधेरा छा गया। रिचकन राम शिक्षक होने के बावजूद इतनी बड़ी राशि को पढ़ नही पा रहा था , उसके परिवार के लोग और जानने वाले सिर्फ उसमे लिखे शून्य गिन – गिन कर हैरान परेशान थे। लेकिन रिचकन राम का दिल मजबूत था लिहाजा वह इतना बड़ा झटका सह गया। यह गनीमत ही थी कि 80 नील से अधिक का यह बिल देख कर किसी को दिल का दौरा नही पड़ा ।
चोरी और सीना जोरी
उधर भारत और दुनिया के अन्य देशों को खुली चुनौती देने के बाद बिजली कंपनी अब इस मामले मेंचोरी और सीना जोरी पर उतर आई है। बिल में सुधार के आश्वासन दिए जा रहे हैं , शिकायत न करने का दबाव बनाया जा रहा है लेकिन कंपनी के अफसर यह मानने को तैयार नही है कि उनसे कोई गलती हुई है। हालांकि इसे लिपकीय त्रुटि भी माना जा रहा है लेकिन कंपनी के अफसर यह मानने को तैयार नही हैं। वे इस गलती पर कोई कार्यवाही करने और लापरवाह की तलाश करने के इरादे में भी नही लगते। सिंगरौली के अधीक्षण अभियंता एसपी तिवारी तो कंपनी के अमले की इस अजीबोगरीब गलती को सिरे से खारिज ही करने पर उतारू हैं। तिवारी के मुताबिक तो ये कंपनी को बदनाम करने की साजिश है।